हे कृष्ण! जब तू गहरी योग निद्रा में है तब तेरे बनाये इस विश्व का , इस प्रकृति का विध्वंस हो रहा है। हे कृष्ण! जब तू गहरी योग निद्रा में है तब तेरे बनाये इस विश्व का , इस प्रकृति का...
संस्कृति को समृद्ध जीवनयापन को सुखद। संस्कृति को समृद्ध जीवनयापन को सुखद।
आकाश को कृष्ण से श्वेत कब तक तू रंगवायेगा। नहीं करेगा तो चिंता से ठगा सा रह जाएगा।। पेट की अग्... आकाश को कृष्ण से श्वेत कब तक तू रंगवायेगा। नहीं करेगा तो चिंता से ठगा सा रह ज...
जब दादी-नानी तुम्हें माथे लगाया करती थीं। जब दादी-नानी तुम्हें माथे लगाया करती थीं।
जीवन भर वृक्षारोपण करे हरित क्रांति का भागीदार बने। जीवन भर वृक्षारोपण करे हरित क्रांति का भागीदार बने।
इंद्रधनुष के मध्य, मेघ का होता गर्जन। इंद्रधनुष के मध्य, मेघ का होता गर्जन।